Translate

Saturday, February 15, 2014

वह लड़की - 
========

वह लड़की जो 
कल  बहुत तेज कदमों से 
चली थी समय के साथ 
एक नए परिवर्तन 
के आगाज़ के रूप में ........ 

आज थक गयी  हैं -
यह बात  उसके 
चेहरे पर आप साफ़ देख सकते हैं
हज़ारों तरह के इंतज़ाम के बाद भी 
अब नहीं छुपती उसकी थकान  ....... 
क्यूँ की-
उसने अपनी उम्र 
से कहीं ज्यादे राह 
तय कर लिया है ......... 
.
कल से पहले तक उसने जहां -
माँ, बहन, बेटी , पत्नी 
और भी जाने कितने अनगिनत 
रिश्तों का लबादा ओढ़ 
रखा था , 
घर की चहार दीवारी के भीतर 
अपनी दुनिया को 
समेटे हुए 
और थकती भी थी 
तो उसकी थकान 
चेहरे तक नहीं 
आ पाती थी 
क्यूँ की घर के 
अन्य चेहरो की 
मुस्कान उसकी 
थकान की 
बदौलत कायम है 
इसका उसे 
गर्व था ........ 

आज वह नए परिवर्तन 
के चलते दोहरी 
ज़िंदगी जीने को मज़बूर 
जान पड़ती हैं ........ 
आगन वाले घर के 
बजाय फ्लैट में 
रहती हैं वह , 
तमाम रिस्तो का 
लबादा भी अपने ऊपर से 
उतार फेंका हैं उसने , 
घर के आगन से बाहर 
निकलती हैं वह , 
दफ्तर जाती हैं वह , 
पैसा कमाती हैं वह ,
इंवेर्सिटी और कॉलेज जाती हैं वह ,
लैपटॉप पर काम करती हैं वह , 
खुद अपनी गाड़ी ड्राइव करती हैं वह ,
उसके कपड़ो और विचारो में आज़ादी दिखती हैं .
वह बच्चो के साथ 
घर के आगन में नहीं खेलती हैं ,
पर बच्चो में विडियो गेम 
खेलने की समझ पैदा करती हैं ... 
अपनी शुरक्षा को लेकर सतर्क 
रहती हैं वह,  
आज की पढ़ी लिखी 
समझदार लड़की हैं वह....... 

फिर भी घर आने 
पर झुंझलाती हैं वह  ........ 
ढेरो पैसे के बाद भी 
खुश नहीं रहती हैं वह 
अपनी गाड़ी की स्टेयरिंग 
अपने हाथ में लेने के 
बाद भी उसे हर पल 
एक भय लगा रहता हैं ..... 
उसके विचारो और कपड़ो से 
आज़ादी झलकती हैं जहां 
वही वह ..... 
किसी अनजान खतरे को 
लेकर हर पल डर की गुलाम 
बनी रहती हैं वह ! 
वह लड़की जो 
कल  बहुत तेज कदमों से 
चली थी समय के साथ 
एक नए परिवर्तन 
के आगाज़ के रूप में ........ 
उसने पूरी दुनिया में 
अपनी पहचान बनाई हैं 
धरा से अंतरिक्ष तक 
की दुरी तय की हैं ....... 
किन्तु उसके चेहरे  
पर मुस्कान नहीं ... 
संतोष के भाव नहीं हैं ... 
थकान हैं सिर्फ थकान 
जिसे छुपाना उसके लिए 
असम्भव लगता हैं 
आखिर  ऐसा क्यूँ ................ !! 

द्वारा - 
प्रदीप दुबे 

((मेरे काव्य संग्रह- यात्रा से मेरी एक रचना अपने सुधि पाठकों के लिए सप्रेम ))

No comments:

Post a Comment